Menu
blogid : 12968 postid : 155

शुभ दिन

मेरा पक्ष...
मेरा पक्ष...
  • 152 Posts
  • 100 Comments

1-

“…जब हम आप से कहते हैं-

शुभ दिन

तो आप भी

पलटकर कहते हैं…

…आपका दिन भी मंगलमय हो…

सकारात्मक शब्दों का यह आदान-प्रदान

हमारे आसपास अद्रश्य रूप से ‘पॉजिटिव इनर्जी’

की लहरें उत्पन्न करता है..

विश्वास मानिये ये लहरें

न केवल हमारे वर्तमान को वरन भविष्य को भी

सुखद परिणामों से भर देती हैं…

…यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि

इन लहरों की तीब्रता जितनी ज़्यादा होगी…

सुखद परिणाम उतनी ही तेज़ी से आयेंगे…

और…

…लहरों की तीब्रता

इस बात पर निर्भर करती है…

कि आपने मंगलकामनाओं के

आदान -प्रदान में कितनी “गर्मजोशी” दिखाई थी…

[…मेरी डायरी का एक टुकड़ा ]

शुभ दिन दोस्तों !

2-

“सुप्रभात दोस्तों…!”

…कल हमारे कई साथियों के जन्मदिन थे…

जिसका जन्मदिन होता है…

हम उसे देते हैं “बधाई”

बदले में अगला कहता है…”थेंक…यू…!”

…कल हम भी कह सकें-

“थेंक…यू…!”

…तो आज हमें कहना पड़ेगा-

“…बधाई…!…”

बधाई…थेंक यू …

कहने में कंजूसी कैसी ?

विश्वास मानिए…

हम सबके अंदर “संवेदना” का अथाह सागर होता है…

शांत…

कुछ स्वभाव बस…

कुछ परिस्थितयों बस…

बस हमें करना क्या है…

कुछ बधाई…थेंक यू…जैसी रागात्मक बातें…शब्द

बोल-बोलकर संवेदना के इसी सागर में…

लहरें उठाना भर है…

फिर आपको सुनाई पड़ेगा जीवन का वो “संगीत”

जो न केवल हमें…

हमारे समाज…

वरन

इस ‘पृथ्वी’ को भी सुंदर बनाएगा…

तो मौक़ा आने पर बोलेंगे न…

बधा…

थें…!!

***

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply